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Wednesday, April 29, 2020

अलविदा इरफ़ान



जो आया है वह जाएगा, कौन यहाँ रह पाएगा?
माटी का यह देह यहीं पे माटी में मिल  जाएगा।
ऐसे लेकिन तेरा जाना, किसने था यह जाना-
रोई होगी मौत भी मिलके, सबको यूँ ही रुलाएगा।।
©पंकज प्रियम

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